Thursday, May 2, 2024
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पितृ दोष क्या है जानिए लक्षण, उपाय और पितृ पूजा के लिए जरूरी निर्देश

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पितरों की पूजा करने का सही समय क्वार मास के कृष्ण पक्ष का दिन होता है। इस दिन हम पितरों के प्रति अपने श्रद्धा व्यक्त कर सकते हैं। 

इस दिन सभी घरों में पितरों की पूजा की जाती है और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है तो वह अपने संतान को सुखी होने का आशीर्वाद देती है।

pitra dosh ke karan

यह समय ही उचित होता है जी जब आप पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे की पित्र दोष के लक्षण क्या होते हैं। और उससे पहले हम आपको बताएंगे कि पित्र दोष क्या होते हैं (pitra dosh kya hota hai) और इसके साथ-साथ इन को शांत करने के उपाय अथवा निवारण (pitra dosh ke upay or nivaran) के बारे में चर्चा करेंगे।

पितृ दोष क्या है – Pitra Dosh Kya Hota Hai

ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष एक महत्वपूर्ण भाग है। इसमें लोगों को पितरों की आत्मा के द्वारा दोष मिलता है और इसके कारण व्यक्ति के जीवन में असाधारण प्रभाव पड़ता है।

pitra dosh kya hota hai

पितृ दोष में पितरों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है और उनकी आत्मा की शांति के लिए व्यक्ति को उचित उपाय करने की आवश्यकता होती है और कहते हैं कि व्यक्ति के मृत्यु के पश्चात उसका विधि विधान से अंतिम संस्कार भी करना चाहिए जिससे उनकी आत्मा को शांति मिल सके। 

पितृ दोष के लक्षण – Pitra Dosh Ke Lakshan

पित्र दोष के लक्षण आम दिनचर्या पर प्रभाव डालती है । यदि आप निम्नलिखित लक्षणों में से कुछ महसूस करते हैं तो  आपको यह मानना होगा कि आपको पित्र दोष निवारण की आवश्यकता है ।

pitra dosh upay

पितृ दोष के लक्षण कुछ इस प्रकार होते हैं:- 

  • ऐसा कहा गया है कि अगर व्यक्ति पर पितृ दोष होता है तो उसे संतान की प्राप्ति नहीं होती है। अगर मिलता भी है तो संतान को सुख नहीं मिलता है वह विकलांग, मंदबुद्धि या फिर चरित्रहीन होता है और कई बार यह भी होता है की संतान की मृत्यु हो जाती है।
  • नौकरी और व्यवसाय में भी दिक्कत आती है। 
  • परिवार में अशांति होना और अक्सर कलह बना रहना। 
  • परिवार में सदैव एक व्यक्ति का अस्वस्थ होना और दवा होने के बाद भी ठीक ना होना । 
  • अपनों से ही धोखा मिलना है यह भी पित्त दोष ही होता है। 
  • पितृदोष होने पर व्यक्ति के होने वाले मांगलिक कार्यों में रूकावट आना। 
  • परिवार के सदस्यों पर प्रेत बाधा होना और घर में तनाव बना रहना। 

यह कुछ लक्षण है जो पित्र दोष होने पर आमतौर पर देखने को मिल सकते हैं। इसके साथ साथ कुछ अन्य भी लक्षण होते हैं जो पित्र दोष के कारण होते हैं । आप अपने पारिवारिक पंडित से मिलकर इसके बारे में चर्चा कर सकते हैं ।

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पितृ दोष के उपाय – Pitra Dosh Ke Upay or Nivaran

यदि आप ऊपर दिए गए पितृदोष के लक्षण को महसूस करते हैं या आपको लगता है कि आप पित्र दोष से पीड़ित है तो आपको पित्र दोष के उपाय करने की आवश्यकता है ।

pitra dosh nivaran

पित्र दोष के उपाय व निवारण कुछ इस प्रकार किया जा सकता है।

आइए इसको संक्षेप में जानते हैं:- 

  • पितृ दोष होने पर व्यक्ति को पितरों की रोजाना पूजा करनी चाहिए इससे धीरे-धीरे पित्त दोष समाप्त होने लगेगा। 
  • पूर्वजों के निधन की तिथि पर ब्राह्मणों को भोजन कराये और सच्चे मन से दान करें। 
  • पीपल के पेड़ पर पुष्प, दूध, गंगाजल, काले तिल और दोपहर में जल भी चढ़ाए और पित्त जनों को याद करें। 
  • पितृ दोष में एक गरीब कन्या से विवाह या फिर विवाह में मदद करने से भी दोष दूर होता है। 
  • दक्षिण दिशा में शाम को दीपक जलाएं और अगर रोजाना नहीं जला सकते तो पितृ पक्ष पर जरूर जलाएं। 
  • सुबह सूर्य को जल अर्पित करें और गायत्री मंत्र का जप भी करें। 
  • गाय को गुड़ खिलाएं। 
  • पितृ गायत्री का पाठ करवाएं। 
  • पूर्वजों के लिए मोक्ष की कामना करें। 
  • सोमवार के दिन महादेव की पूजा आक के पुष्पों से करें। 
  • पांच मुखी रुद्राक्ष पहनें। 
  • शिवलिंग पर जल अर्पण करें

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पितृ दोष होने की वजह – Pitra Dosh ke Karan

ऊपर हमने पितृदोष के लक्षण व निवारण के बारे में पढ़ा । आपको यह जानना भी जरूरी है कि पित्र दोष के कारण क्या होते हैं । यदि आप इन कारणों को जान लेंगे तो संभव भी आप कभी भी पितृदोष से पीड़ित नहीं होंगे ।

pitra dosh ke karan

आइए एक नजर पितृदोष के कारणों पर भी डालते हैं और जानते हैं कि ऐसा क्या होता है जिसके कारण पित्र दोष होते हैं

  • पितरों की विधिवत अंतिम संस्कार ना होना और सच्चे मन से श्रद्धा ना देना। 
  • पितरों का अपमान करना। 
  • पीपल, नीम और बरगद के पेड़ों को कटवाना। 
  • नाग की हत्या करना भी पितृ दोष को निमंत्रण देना होता है। 

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पितृ दोष के लिए पूजा और व्रत

पितृ दोष के लिए पूजा और व्रत एक महत्वपूर्ण तरीका है जिसके माध्यम से इस दोष को ठीक किया जा सकता है। पितृ दोष के लिए निश्चित पूजा और व्रत विधि विशेषज्ञ द्वारा संचालित की जाती हैं जो इस दोष के प्रभाव को कम करने और निजी जीवन में संतुष्टि को प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं।

पितृ दोष के लिए पूजा में श्रद्धालु अपने पितृगण को समर्पित करते हैं और उन्हें आशीर्वाद देने की प्रार्थना करते हैं। यह पूजा विशेष रूप से पितृ पक्ष के दौरान की जाती है, जब पितृ गणों का आगमन मान्य होता है।

इस पूजा के लिए श्रद्धालु धार्मिक स्थलों पर जाते हैं और पितृ गणों के लिए भोजन, दान और आरती करते हैं। इस पूजा के दौरान कई मंत्रों और प्रार्थनाओं का उपयोग किया जाता है जो पितृ गणों के आशीर्वाद को आमंत्रित करते हैं।

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पितृ पूजा के लिए आवश्यक निर्देश

यहां पर कुछ निर्देश दिए गए हैं जिनका पालन आपको पित्र पूजा के समय करना चाहिए। इन निर्देशों का पालन करके  आप पित्र दोष का निवारण कर सकते हैं:-

  • पितरों के लिए जो भोजन बनाएं उसमें नॉनवेज भोजन कभी ना बनाएं। 
  • पूजा के दिन नॉनवेज ना खाएं। 
  • पूजा में कभी भी स्टील, लोहा, प्लास्टिक और शीशे के बर्तन का प्रयोग ना करें। 
  • पितरों का सम्मान करें और पूजा के दिन घंटी ना बजाए। 
  • जो व्यक्ति पितरों की पूजा कर रहा हो उसकी पूजा में व्यवधान ना डालें। 

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निष्कर्ष – Pitra Dosh

हिंदू पौराणिक कथाओं में, पितृ दोष का तात्पर्य पैतृक श्राप से है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह व्यक्तियों को उनके पूर्वजों के दुष्कर्मों या अधूरे दायित्वों के कारण प्रभावित करता है।

पितृ दोष की अवधारणा महत्वपूर्ण महत्व रखती है और माना जाता है कि यह करियर, रिश्ते और समग्र कल्याण सहित किसी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करता है। हालाँकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि पितृ दोष की गंभीरता और अस्तित्व के संबंध में हिंदू समुदाय के भीतर अलग-अलग राय हैं।

कुछ लोगों का मानना ​​है कि यह एक शक्तिशाली और प्रभावशाली दोष है जिसके प्रभाव को कम करने के लिए विशिष्ट अनुष्ठानों और उपायों की आवश्यकता होती है।

दूसरी ओर, संशयवादियों का तर्क है कि यह केवल अंधविश्वास का उत्पाद है और इसे अनुचित महत्व नहीं दिया जाना चाहिए। अंततः पितृ दोष का निष्कर्ष व्यक्ति की आस्था और आस्था पर निर्भर करता है।

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14 COMMENTS

  1. यदि किसी व्यक्ति को पितृ दोष का पाप लगा हो तो क्या वह व्यक्ति अपने जीवन काल में पितृ दोष के पाप से दोष मुक्त हो सकता है ऐसा कहा जाता है कि यदि पितृ दोष लगा हो तो कोई भी अच्छे काम जैसे की शादी या अपने घर में किसी तरह का कोई भी फंक्शन त्यौहार ना ही मनाए तो अच्छा है अन्यथा कुछ ना कुछ अपशगुन होने की आशंका रहती है इसके बारे में मुझे थोड़ा और जानना है कृपया मेरे सवाल का देकर मुझ पर कृपा करें धन्यवाद।

  2. पितृ दोष से मुक्त होने के लिए क्या हर साल स्राद्धों के समय पिंडदान करने से ही पितृ दोष से मुक्त हुआ जा सकता है ??

  3. मेरे हाथ से एक पाप हुआ है मैंने अपने घर आए हुए एक सांप को मार दिया था जिसकी वजह से मेरे साथ हमेशा कुछ ना कुछ अपशगुन होता रहता है मुझे कहीं ना कहीं लगता है कि सर्प हत्या की वजह से मुझे पितृ दोष लगा है अब मुझे ऐसा क्या करना चाहिए कि मैं अपने पाप से मुक्त हो सकूं मुझे कोई उपाय बताएं ?

  4. हमने यहां पर पितृ दोष से मुक्ति पाने हेतु कुछ उपाय पड़े हैं जैसा कि आपने बताया है कि पीपल के पेड़ की पूजा करने से पित्र दोष से मुक्ति पाई जा सकती है हम पीपल के पेड़ की पूजा करने के सभी नियमों के बारे में जानना चाहते हैं ताकि हम उनसे भी नियमों का पालन करके अपने पितृ दोष से मुक्त हो जाएं |

  5. यदि हमारे घर में किसी सदस्य की शादी ब्याह में रुकावट आ रही हो तो क्या यह पितृ दोष के लक्षण होते हैं ?

  6. व्यवसाय में अचानक से हानि का होना भी पितृ दोष का एक कारण हो सकता है आपसे एक सवाल के जवाब की अपेक्षा करता हूं मैं जानना चाहता हूं कि क्या पितृ दोष से मुक्त होने के लिए हम कभी भी पिंडदान करवा सकते हैं जिससे हमारे परिवार और व्यवसाय में किसी तरह का कोई नुकसान ना हो इसके बारे में हमें जानकारी दें

  7. पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए दान पुण्य और ब्राह्मण भोज करवाना चाहिए जिससे कि पितृ दोष से मुक्ति पाना संभव हो जाता है और पितृ दोष से मुक्ति के पश्चात रुके हुए काम फिर से सुचारू रूप से चलने लगते हैं इसलिए पितृ दोष से मुक्ति पाना बहुत ही जरूरी होता है ।

  8. हमारे घर में काफी समय से शादी ब्याह के मामले में रुकावट आ रही हैं और कहीं ना कहीं हमें यह लगता है कि ऐसा पितृ दोष की वजह से हो रहा है हम जानना चाहते हैं कि पितृ दोष के निवारण के लिए क्या हम साल के किसी भी महीने में पूजा पाठ करवा सकते हैं ताकि हमारे पितरों को शांति मिले और हम अपने पितृ दोष से मुक्त हो सके ?

  9. हिंदू धर्म में पितरों की पूजा को बहुत ही शुभ माना जाता है किसी भी शुभ कार्य में हमेशा पितरों को भोग लगाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है उसके बाद ही शुभ कार्य को शुरू किया जाता है यदि कोई ऐसा नहीं करता है तो उसे पितृ दोष लगता है जिसकी वजह से उसे भविष्य में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

  10. आपने यहां पर पितृ दोष के बारे में बहुत सी जानकारियां बताई हैं जो की बहुत ही आवश्यक और महत्वपूर्ण लगी हम जानना चाहते हैं कि यदि सपने में कोई पितृ हमें दिखाई देता है तो इसके क्या संकेत होते हैं ??

  11. हम जानना चाहते हैं यदि हमें पितृ दोष की समस्या है तो हमें किस प्रकार के संकेत हमारे पितरों के द्वारा दिखाई जा सकते हैं ?

  12. यदि सपने में हमारे पूर्वज दिखाई देते हैं तो क्या यह पितृ दोष का एक संकेत हो सकता है ?

  13. संतान संबंधी समस्याएं, परिवार में विवाद, धन संबंधी समस्याएं, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ क्या यह सभी पितृ दोष के कारण होता है ??

  14. जीवन में निरंतर बाधाएं और संघर्षों का सामना करना पड़ रहा है इस वक्त बहुत ही परेशानियों से जूझ रहा हूं मैं जानना चाहता हूं कि क्या यह पितृ दोष के लक्षण है मुझे पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए क्या उपाय करना चाहिए ??

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